पुलिस जांच या लीपापोती?
पांच दिन बाद भी नहीं हुआ पोस्टमार्टम
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । जिले के रैपुरा थाना क्षेत्र के चहटा गांव में 13 मार्च को हुई एक रहस्यमयी घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। खेत में काम कर रही 13 वर्षीय मासूम बालिका की थ्रेसर पलटने से मौत हो गई, जबकि उसकी मां बेहोश हो गई। लेकिन इस हादसे में चौंकाने वाला पहलू है कि परिजनों व ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दिए बिना ही शव को दफना दिया। लेकिन मामला तब पलटा जब मृतका की मां को होश आया। उन्होंने थाने पहुंचकर लिखित शिकायत दी और हत्या की आशंका जताई। पीड़ित परिवार का आरोप है कि यह कोई हादसा नहीं, बल्कि साजिश के तहत हत्या है। परिजनों ने मामले की गंभीर जांच और बच्ची के शव का पोस्टमार्टम कराने की मांग की, लेकिन पुलिस का रवैया बेहद लापरवाह नजर आ रहा है।
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13 वर्षीय मृतका |
वहीं जब इस मामले में रैपुरा थाना प्रभारी से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि घटना 13 मार्च की है, एफआईआर दर्ज कर ली गई है और विवेचना जारी है। लेकिन बड़ा सवाल है कि जब शव को पहले ही दफना दिया गया, तो पुलिस आखिर किस बात की जांच कर रही है? पोस्टमार्टम कराने के सवाल पर भी थाना प्रभारी का जवाब गोलमोल रहा, जिससे मामले को लेकर संदेह और भी गहरा हो गया है। वहीं पीड़ित परिवार ने डीएम से न्याय की गुहार लगाई है व पोस्टमार्टम कराने की मांग की है। लेकिन पुलिस की चुप्पी और सुस्त कार्रवाई ने इस मामले को और भी पेचीदा बना दिया है।
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