गांव बढेंगे तो देश बढेगा - पद्मश्री उमाशंकर
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । अगर गांव समृद्ध होंगे, तो देश खुद-ब-खुद विकास करेगा। जल संरक्षण, खेती में सुधार और आत्मनिर्भरता की दिशा में काम कर रही सृजन संस्था ने अपने तीन साल चार माह के उल्लेखनीय कार्यों का लेखाजोखा प्रस्तुत किया। इस मौके पर पद्मश्री उमाशंकर पांडेय ने बतौर मुख्य अतिथि कहा गांव का पानी गांव में, खेत का पानी खेत में, हर मेड पर पेड़, हर गांव में उजियारा- यही संकल्प भारत को आगे ले जाएगा। उन्होंने सृजन संस्था व एचडीएफसी को इस सराहनीय पहल के लिए बधाई दी। सृजन संस्था के पंकज शर्मा ने बताया कि पिछले तीन वर्षों में 1200 किसान परिवारों के घरों में 1456 किचन गार्डन तैयार किए गए। साथ ही 12 तालाब, 6 नए चेकडैम,
![]() |
सृजन संस्था का परियोजना दिवस मनाते छात्र-छात्राएं |
29 चेकडैम की मरम्मत, 5 नए कुएं, 41 कुओं की मरम्मत, 275 बगीचे और 389 वृक्षारोपण जैसे कार्य किए गए। इस प्रयास से 5412 किसानों की जिंदगी संवर गई है और उनकी आय में वृद्धि हुई है। एचडीएफसी के सीएसआर मैनेजर अभिषेक समाधिया ने बुंदेलखंड में हुए कार्यों को अद्वितीय बताते हुए कहा कि गांवों में जाकर महसूस हुआ कि सृजन संस्था ने वास्तव में परिवर्तन लाया है। इस मौके पर अखिल भारतीय समाजसेवा संस्थान के संस्थापक गोपाल भाई ने कहा कि सूखा प्रभावित क्षेत्रों में जल संरक्षण और कृषि सुधार पर और गहराई से काम करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में कोल गायक सुखराम की प्रस्तुति और जादूगर राज शक्ति के प्रदर्शन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। संचालन मोनी मिश्रा ने किया। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार संदीप रिछारिया, केवीके के आरए नेगी, सुशांत सौरभ समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
No comments:
Post a Comment