मढीदाई मंदिर में आयोजित हो रही है हरिकथा, उमड रहे श्रद्धालु
बबेरू, के एस दुबे । मढ़ी दाई मन्दिर परिसर में चल रही श्रीहरि कथा के तृतीय दिवस सतगुरु सर्वश्री आशुतोष महाराज जी के शिष्य एवं कथा व्यास स्वामी हरि प्रकाशानन्द जी ने बताया कि ये मानव तन, ईश्वर प्राप्ति हेतु स्वर्णिम अवसर है, जीवन के रहते समय के पूर्ण गुरु की कृपा से ब्रह्मज्ञान की दीक्षा के समय जिनके मानव तन रुपी मन्दिर में ईश्वरीय प्रकाश का प्रकटीकरण नही हुआ, उन्हें महापुरुषो जीवित शव के मानिन्द बताया। रामचरित मानस में
कथा सुनाते व्यास प्रकाशानंद |
गोस्वामी तुलसीदास जी भी कहते हैं... जिन्ह हरि भक्ति हृदय नहीं आनी। जीवित शव समान तेहि प्राणी। दिव्य गुरु सर्वश्री आशुतोष महाराज जी द्वारा मानवीय अन्त:करणों में प्रदत्त ईश्वर-दर्शन की इसी आधार शिला पर स्थापित दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान मानव समाज के भिन्न-भिन्न वर्गो में ब्रह्मज्ञान की ध्यान साधना द्वारा आमूल • परिवर्तन की अनन्त गाथाओं का . जीवन्त प्रमाण है। कथा का समापन 31 मई को भव्य भण्डारा द्वारा किया जायेगा।मंच
मौजूद श्रद्धालु |
संचालन स्वामी दिव्येश्वरानंद जी द्वारा किया गया। भजन गायन सूर्य प्रकाश व सोमेशे द्वारा किया गया। दिव्य वाणी को सुनकर श्रोता भाव विभोर होते रहे। कथा के बीच बीच तालियों के साथ प्रभु की जय घोस करते रहे। इस अवसर पर राष्ट्रबंधु , राम स्वयंबर पाण्डेय, प्रकाश नारायण चौबे मुन्ना सिह,रामहित पटेल, डब्बू सोनी, अरविंद कसौंधन, भुल्लू गुप्ता, हिमांशु, कुलदीप सिंह,शिवशंकर सोनी मुन्ना फौजी सहित भक्त जन मौजूद रहे।
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