लोकसभा के चुनाव मेंं आधी आबादी की देखते बनी भागीदारी
फतेहपुर, मो. शमशाद । लोकतंत्र के उत्सव में एक बार फिर से आधी आबादी का सहभाग काबिलेगौर नजर आया। किसी ने लाठी के सहारे उम्र की बंदिश से जूझते हुए बूथ पहुंचकर वोट डाला तो किसी ने गोद में बच्चा लेकर मताधिकार का प्रयोग किया। वोट की चोट करने के नाम पर इस जमात ने कोई समझौता नहीं किया। तभी, तमाम चौखट में सुबह के नाश्ते का शेडयूल लड़खड़ा गया लेकिन मामला लोकतंत्र को सशक्त बनाने का होने के कारण इसे स्वीकार किया जाता रहा। इस चुनाव में 19 लाख 35 हजार 891 मतदाताओं को मताधिकार करना था। जिसमें 8 लाख, 97 हजार 695 महिला मतदाताओं को वोट करना था। सुबह सात बजे से जैसे की वोटिंग शुरू हुई, घरेलू कामकाज की जिम्मेदारी होने के बाद आधी आबादी का पोलिग बूथ पर प्रतिभाग नजर आने लगा। 2143 पोलिंग बूथ में महिला दबदबा शुरू हुआ तो आखिर तक चलता रहा। आधी आबादी के लोकतंत्र के उत्सव में
चिलचिलाती धूप में बच्चे को गोद में लेकर वोट डालने जाती महिला। |
प्रतिभाग की तस्वीरें देखते बनीं क्योंकि किसी ने उम्र के अंतिम पड़ाव में खड़े होने के बावजूद लाठी और डंडा के सहारे मतदान के लिए तेज धूप में पोलिंग बूथ की मंजिल तय की तो किसी ने गोद में बच्चे लेकर मताधिकार किया। बिंदकी विधानसभा के एक बूथ में 80 साल की शिवरानी को परिजन चारपाई पर लिटाकर पोलिंग बूथ पहुंचे। जहानाबाद विधानसभा के एक बूथ में 85 साल की मुनिया को लाठी के सहारे डुग-डुग करते हुए मतदान केंद्र से बाहर लौटते देखा गया। बिंदकी विधानसभा क्षेत्र के एक बूथ में घूंघट की ओट में वोट की चोंट करने वाली भीङ का नजारा देखते बना। जिसमें एक नाम मधु सैनी का भी शामिल रहा। साल भर पहले पुरानी बिंदकी में ब्याही इस महिला वोटर ने घरेलू कामकाज निपटाने से पहले पोलिंग बूथ पहुंचकर मतदान किया। अयाहशाह विधानसभा के एक बूथ में गोद में बच्चा लेकर अंजली पहुंची।
No comments:
Post a Comment