जिला अस्पताल और ट्रामा सेंटर में भरे पड़े हैं मरीज, नहीं मिल रहे बेड
गद्दीदार बेंच, कुर्सियों और स्ट्रेचर तक में लिटाकर किया जा रहा उपचार
बांदा, के एस दुबे । तापमान 47 डिग्री तक पहुंचने की वजह से जबरदस्त गर्मी के कारण डायरिया बीमारी ने पांव पसार लिए हैं। शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक में डायरिया पीडि़त मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। सीएचसी और पीएचसी से मरीजों को सीधे जिला अस्पताल के लिए रेफर किया जा रहा है। ऐसे में शहरी क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों की भीड़ जिला अस्पताल पहुंच जाने के कारण अव्यवस्था का आलम है। मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहे हैं। इसके चलते चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मचारी मरीजों को गद्दीदार बेंच, स्ट्रेचर और कुर्सियों में लिटाकर उनका उपचार कर रहे हैं। पिछले चौबीस घंटों में एक दर्जन से ज्यादा मरीजों को ट्रामा सेंटर में भर्ती किया गया। इनमें मासूम बच्चे भी शामिल हैं।
जिला अस्पताल में भर्ती मरीज |
मई माह के पहले दिन से ही गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया था। पहले पखवारे में पारा 44 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तक पहुंचा था। इसके साथ ही दूसरे पखवारे में पारा 46 और फिर 47 डिग्री तक पहुंच गया। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक रविवार को तापमान 47 डिग्री तक पहुंच गया। जबरदस्त गर्मी बढऩे की वजह से डायरिया का प्रकोप बढ़ गया है। इन दिनो हर घर में कम से कम एक सदस्य डायरिया की चपेट में है। एक दर्जन से अधिक डायरिया पीडि़तों को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। इनमें जरैली कोठी निवासी 42 वर्षीय सुमन सिंह और उनका 22 वर्षीय बेटा शिवम, बबेरू निवासी दिनेश की 14 वर्षीय पुत्री अंशिका, परशुराम तालाब निवासी
जिला अस्पताल में भर्ती डायरिया पीडि़त युवती और खड़े तीमारदार |
संतराम का छह वर्षीय पुत्र धीरज, बबेरू निवासी सद्दाम की 11 माह की पुत्री सनाया, गिरवां क्षेत्र के बरसड़ा बुजुर्ग निवासी राधेश्याम का 18 वर्षीय पुत्र प्रदीप ,मवई गांव निवासी छोट्टन का 8 वर्षीय पुत्र अवि, शंभू नगर निवासी कमल का तीन वर्षीय माूसम बच्चा सुधीर, पैलानी के अमलोर गांव निवासी प्रभात के 10 वर्षीय पुत्र प्रशांत, ज्योत नगर मोहला निवासी वीरभवन का चार वर्षीय पुत्र तेजप्रताप और बाबा तालाब निवासी राममिलन की 11 वर्षीय पुत्री को जिला अस्पताल में डायरिया से पीडि़त होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके अलावा अन्य मरीज भी डायरिया से पीडि़त हैं। उनका भी जिला अस्पताल में उपचार किया जा रहा है।
No comments:
Post a Comment