चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । आजादी बाद से बुंदेलखंड उपेक्षित-बदहाल था। मोदी-योगी सरकार ने पिछड़े क्षेत्र के विकास का संकल्प लिया है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की सौगात देने के साथ झांसी में नोयडा की तर्ज पर बीड़ा की स्थापना 20 हजार हेक्टेयर मे की है। बुंदेलखंड का औद्योगिक विकास यहां की समृद्धि का साध्य बनेगा। बुधवार को ये बात फिल्म अभिनेता/बुंदेलखंड विकास बोर्ड उपाध्यक्ष राजा बुंदेला ने आनंद रिसार्ट में कही। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की सौगात देकर मोदी-योगी ने चित्रकूट ही नहीं, बल्कि बुंदेलखंड की तरक्की के द्वार खोल दिये हंै। बुंदेलखंड में पानी के विकट हालात होते थे। महोबा में गर्मी के दिनों में पानी की ट्रेन भेजनी पड़ती थी। चित्रकूट के
राजा बुंदेला। |
पाठा में कहावत थी कि गगरी न फूटे चाहे खसम मर जाए। मोदी-योगी सरकार ने पेयजल समस्या समाधान को हर घर नल-जल योजना से सभी को पेयजल देने का संकल्प लिया है। चित्रकूट के हवाई अड्डा में प्लेन उतरने शुरू हो गए हैं। यहां का पर्यटन उद्योग की शक्ल लेने से विकास को पंख लगेंगे। एक्सप्रेस-वे से उद्योगपति आकर्षित होंगे। धर्मनगरी विकास को सरकार ने चित्रकूट तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद बनाया है। करोड़ों की विकास योजनायें चल रही हैं। बुंदेलखंड कई बार प्रधानमंत्री आ चुके हैं। मोदी यहां के भौगोलिक हालात व मूलभूत समस्याओं से परिचित हैं। केंद्र मे तीसरी बार सरकार बनने पर मोदी फिर बुंदेलखंड की तरक्की को खजाना खोलेंगे। भाजपा हमेशा छोटे राज्यों की पक्षधर रही है। बुंदेलखंड अलग राज्य बनाने का मामला दिल्ली दरबार में लंबित है।
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