भगवान् परशुराम के अवतरण दिवस पूजा - अर्चना एवम् दीपोत्सव कर मनाया - Amja Bharat

Amja Bharat

All Media and Journalist Association

Breaking

Friday, May 10, 2024

भगवान् परशुराम के अवतरण दिवस पूजा - अर्चना एवम् दीपोत्सव कर मनाया

कानपुर, संवाददाता । भगवान परशुराम आदि देव विष्णु जी के छठवें अवतार है पूरी दुनियां को अत्याचार से मुक्त कराने के लिए धरा के असंख्य आततायी राजाओं का संहार तपस्वियों व वेदाचार्यो को धार्मिक अनुष्ठान संपादित करने हेतु उन्मुक्त वातावरण प्रदान किया था। यह विचार प्रख्यात शिक्षाविद् आचार्य डॉक्टर नरेंद्र द्विवेदी द्वारा प्रकट किए गए। कामता सेवा संस्थान के तत्वाधान में अक्षय तृतीया के अवसर पर गुप्तार घाट गंगा तट पर स्थित भगवान परशुराम के मंदिर में हवन, पूजा, अर्चना करके सुंदरकांड का आयोजन किया गया जो कि संस्थान के संस्थापक श्री अनूप किशोर त्रिपाठी के संयोजकत्व में किया गया। भगवान परशुराम की मूर्ति के समक्ष किए गए समवेत दीप प्रज्जवलन के साथ आरंभ हुए कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने बताया कि भगवान शंकर के अनन्य भक्त व

भीष्म पितामह के गुरु भगवान परशुराम जी का शक्ति का संकलन, शक्ति का प्रदर्शन व शक्ति का नियंत्रण अद्वितीय व प्रशंसनीय ही नहीं बल्कि अनुकरणीय भी है। उसका ज्वलंत प्रमाण रामचरित मानस के परशुराम लक्ष्मण संवाद से मिलता है। भगवान परशुराम के प्राकट्य दिवस के अवसर पर महाआरती का आयोजन राष्ट्रवादी ब्राह्मण समाज के प्रदेश अध्यक्ष पंडित सुरेंद्र अग्निहोत्री द्वारा किया गया। मंच संचालन निरंजन दीक्षित एडवोकेट ओम नारायण त्रिपाठी, राकेश त्रिपाठी, प्रमोद तिवारी (शारीरिक प्रशिक्षक, गुप्तार घाट) प्रियल तिवारी, सत्य प्रकाश त्रिवेदी, राजकृष्ण पांडे, किशन अग्निहोत्री व धीरज पांडे आदि ने आयोजन के सम्पादन में उल्लेखनीय भूमिका निभाई। संगोष्ठी का समापन महाआरती व प्रसाद वितरण के साथ किया गया।

1 comment:

Post Bottom Ad

Pages