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Tuesday, June 18, 2024

पाठशालाओं का आयोजन कर रही एनडीआरएफ, कर रही जागरूक

आगामी बाढ़ के दौरान होने वाली परेशानियों से कराया जा रहा अवगत

आपदा में क्या करें और क्या न करें, इस पर दी जा रही जानकारी

बांदा, के एस दुबे । बारिश के दौरान बाढ़ जैसी आपदा से ग्रामीणों को बचाने के लिए एनडीआरएफ टीम के द्वारा लगातार पाठशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। सोमवार को जनपद के कई स्थानों पर पाठशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान एडीआरएफ टीम के कमांडर अजय सिंह और टीम के सदस्यों ने बताया कि बाढ़ के दौरान क्या सावधानियां बरतें। उन्होंने बताया कि सर्पदंश के बाद झाड़फूंक के चक्कर में न पड़ते हुए अस्पताल पहुंचकर उपचार कराएं। इसके अलावा अन्य जानकारियों से भी ग्रामीणों को अवगत कराया। एनडीआरएफ टीम के कमांडर केन नदी किनारे बसे गांवों में जाकर पाठशालाओं का आयोजन कर रहे हैं। सोमवार को केन किनारे चटचटगन समेत तमाम गांवों में पाठशालाओं का आयोजन करते हुए बाढ़ आपदा से बचने के लिए ग्रामीणों को जागरूक करते हुए तमाम जानकारियां दीं। टीम कमांडर ने कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र हमेशा आकाल और दुष्काल

पाठशाला के दौरान ग्रामीणों को जागरूक करते एनडीआरएफ टीम के सदस्य

के लिए जाना जाता है। वहां का तापमान अधिकतर अधिकतम रहता है। इस वर्ष ही देख लीजिए किस प्रकार से हीट वेब चल रही है यह हीट वेब भी आपदा है इससे निपटने के लिए हम लोगों को स्थाई और अस्थाई कार्य करने होंगे स्थाई यह की अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर पृथ्वी के तापमान को नियंत्रित किया जा सकता है। अस्थाई यह की गर्मी में प्रचंड धूप पर हम लोग बाहर न निकले। उन्होंने गांव के तालाबों में छोटे-छोटे बच्चों के डूबने से बचने के तकनीकी/तरीके बताए। बरसात के मौसम में यहां सर्प दंश बहुत होता है। अस्पताल जाने से पहले हमको प्राथमिक स्तर पर क्या उपचार करना चाहिए उन्होंने बताया। ऐसे तमाम प्रकार की आपदाओं से निपटने के बारे में बताया। गांववासियों को आपदा से संबंधित योजनाओं के बारे में भी अवगत कराया। मंगल भूमि फाउंडेशन से मयंक ने कहा कि यह एनडीआरएफ की टीम जिला प्रशासन के माध्यम से गांव-गांव प्राकृतिक आपदा प्रबंधन के बारे में बता रही है, बहुत ही सराहनीय है। इसे डोर टू डोर चलाने की आवश्यकता है। हमारी मातृशक्ति (महिलाएं) घर पर भोजन गैस में बनाती है, लेकिन कभी-कभी उस पर आग लग जाती है और उससे बड़ी क्षति पहुंच जाती है, ऐसे में इस आग से कैसे प्रथम स्तर में निपटा जा सके इसके लिए जाकरूकता बहुत जरूरी है। इस अभियान से निश्चित रूप में आप बताओ से निपटने में सहायक होंगे। पाठशाला के दौरान सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। टीम कमांडर ने कहा कि आपदाोक दौरान घबराने की जरूरत नहीं है। आपदा से होने वाले नुकसान पर शासन से मिलने वाली मदद के बारे में भी अवगत कराया गया।


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