क्षेत्र में धड़ल्ले से हो रहा अवैध मिट्टी खनन - Amja Bharat

Amja Bharat

All Media and Journalist Association

Breaking

Wednesday, June 26, 2024

क्षेत्र में धड़ल्ले से हो रहा अवैध मिट्टी खनन

जिम्मेदारों की क्यों नहीं जा रही नजर?

असोथर/फतेहपुर, मो. शमशाद । जहां एक तरफ प्रदेश सरकार ने प्रदेश में अवैध मिट्टी खनन पर सख्ती से अंकुश लगा रखा है। वही दूसरी तरफ सदर तहसील अंतर्गत असोथर थाना क्षेत्र व सरकंडी चौकी क्षेत्र में अवैध मिट्टी खनन बड़े पैमाने पर हो रही है। दिन भर सैकड़ों ट्राली मिट्टी खनन की जाती है। वह भी कोई चोरी छुपे नहीं। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है, कि कहीं न कहीं कुछ तो गड़बड़ है। आखिर क्यो..? किसके इशारे पर सैकड़ों ट्राली जेसीबी मशीन से मिट्टी खनन कर सरकार व राजस्व को चूना लगाया जा रहा है। खेतों में हो रहे अवैध खनन को लेकर ग्रामीणो ने बताया कि यह अवैध खनन महीनों से चल रहा है लेकिन अभी तक इन पर कोई कार्यवाहीं नहीं हुई है। जानकारी के अनुसार असोथर थाना क्षेत्र अंतर्गत गेंडुरी, बरेडा, सातों, पुर बुजुर्ग, मनावा, कौंडर, असोथर, कठौता, सरकंडी, मटिहा, सरकंडी, मैकुआपुर में अवैध मिट्टी खनन का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। बेखौफ खनन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद है कि खनन की शिकायत करने वालों को जानमाल की धमकी दी जाती है

राते के अंधेरे में जेसीबी से हो रहा मिट्टी खनन।

लेकिन खनन माफियाओं ने अवैध खनन का कार्य नहीं रोका। उल्टा शिकायतकर्ताओं को धमकाते हुए जिम्मेदारों को रिश्वत देकर अवैध खनन कराने का आरोप लगाते हुए दहशत फैलाकर अवैध खनन करा रहे हैं। जिससे खनन माफियाओं का आरोप सही सिद्ध होता दिखाई दे रहा है। जिधर देखो उधर जेसीबी मशीनों से अवैध मिट्टी खनन हो रहा है। बिना प्रशासन के अनुमति के अवैध खनन जारी है। यदि कोई ग्रामीण विरोध करते हैं तो माफिया उनके साथ मारपीट और जान से मारने जैसा कृत्य करने से भी नहीं चूक सकते हैं। जहां एक तरफ अवैध खनन, अवैध कालाबाजारी, गुंडे माफियाओं पर योगी सरकार ने सख्ती से अंकुश लगाया है और जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के कार्यवाही से जिले में अवैध कार्यों में लिप्त माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है। दूसरी तरफ इन खनन माफियाओं के हौसले बुलंद है। आखिर क्यों इन माफियाओ में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक का खौफ नजर नहीं आ रहा है। नाम न छापने के शर्त पर खनन माफिया ने बताया कि स्थानीय पुलिस के प्रभारी और हल्का इंचार्ज को 15 हजार रूपये व खनन अधिकारी को अलग से महीना भेजा जाता है। 


No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad

Pages