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Tuesday, June 18, 2024

तालाब-पोखर सूखे, पशु-पक्षी प्यास से तोड़ रहे दम

पहाडी में भीषण पेयजल संकट

पहाड़ी/चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । इन दिनों जैसे-जैसे गर्मी चरम सीमा बढ रही है, वैसे-वैसे पेयजल की समस्या विकराल रूप ले रही है। तालाब-पोखर सूखने से पशु-पक्षी पेयजल को बेहाल भटक रहे हैं। मंगलवार को सरकार के लगाये सरकारी हैण्डपम्प फेल हो गये हैं। यहां तक कि गांव में लगे इंडिया मार्का  हैंडपम्प मरम्मत के अभाव में बंद पड़े हैं। गांव में बनी पेयजल आपूर्ति टंकियां ग्रामीणों को मुंह चिढा रही हैं। सरकार खूब डिंडोरा पीटती है कि सबका साथ-सबका विकास किया जा रहा है। जमीनी हकीकत देखी जाये तो गांव में समस्या जस की तस है। पहाड़ी ब्लाक के खरसेडा गांव के संजय यादव, दरबारीलाल ने बताया कि गांव में पुराना कुआ सूख गया है। कुआ से कई घरों को पानी मिलता था। उस कुआ की सफाई हो जाये तो लोगों को पानी मिलने लगेगा। गांव में अधिकांश

 सूखा तालाब।

इंडिया मार्का हैंडपम्प खराब पड़े हैं। जिनकी देखभाल कोई नहीं कर रहा। शासन से आये धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। शासकीय धन का उपयोग कहां होता है, इसका कोई पता नहीं है। पेयजल समस्या से जूझ रहे बकटा बुजुर्ग, खरसेडा, जरिहा, नांदी, बछरन, सगवारा, ओबरी, अशोह, पचोखर, भुइहरी दर्जनों गांव में पेयजल की समस्या है। पेयजल समस्या से हाहाकार मचा है। ग्रामीणों ने कहा कि पेयजल समस्या गंभीर विषय है। तालाब-पोखर पूरी तरह से सूखे पड़े हैं। जिन तालाबों में पानी रहना चाहिए, उनमें धूल उड़ रही है। पशु-पक्षी, जंगली जीव-जंतु गर्मी से व्याकुल होकर तड़प-तड़प कर दम तोड़ रहे हैं। क्षेत्रीय ग्रामीणों ने योगी सरकार के अधिकारी-कर्मचारियों का ध्यान आकृष्ट करते हुए पेयजल समस्या से निजात दिलाने की मांग की है। देखना है कि सरकार के अधिकारी-कर्मचारी जनहित के कार्य में रुचि दिखाते हैं या नहीं।


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