सीआरपीएफ अधिकारियों ने जवान को दी अंतिम विदाई
परिजन बेहाल, अंतिम सस्कार में उमड़े सैकड़ो लोग
बांदा, के एस दुबे । सीआरपीएफ के एएसआई का पार्थिव शरीर सोमवार देर रात सीआरपीएफ अधिकारी गांव लेकर आए। पार्थिव शरीर पहुंचते ही सैकड़ों लोगो की भीड़ जमा हो गई। अंतिम विदाई में सीआरपीएफ अधिकारियों ने अंतिम सलामी दी। इसके बाद अंतिम संस्कार किया गया। अतर्रा क्षेत्र के तेरा-ब अंश पांडेय पुरवा निवासी चिंतामणि पांडेय सीआरपीएफ में सहायक उप निरीक्षक के पद में मध्य प्रदेश के ग्वालियर शिवपुरी में तैनात थे, रविवार की देर रात को ड्यूटी के दौरान अचानक सीने में दर्द हो जाने के बाद वह अचेत हो गए थे। जवानों के द्वारा उन्हें कैंप के मेडिकल अस्पताल में ले जाया गया, वहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।
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रोते-बिलखते सीआरपीएफ जवान के परिजन |
सीआरपीएफ शिवपुरी के सहायक कमांडेड पवन कुमार सिंह के नेतृत्व में सीआरपीएफ इंस्पेक्टर अवधेश चौहान सहित जवान द्वारा सोमवार की देर रात को उनका पार्थिव शरीर गांव लाए। इसके उपरांत मंगलवार की सुबह गांव में उनके खेत पर तिरंगे से लपटे हुए पार्थिव शरीर से तिरंगा निकालकर उनके परिजनों को सौंप दिया और राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम सलामी दी गई। सीआरपीएफ जवानों ने सम्मान में तीन राउंड फायरिंग की। मृतक एसआई के बड़े बेटे पवन पांडेय ने मुखाग्नि दी। मृतक एएसआई अपने पीछे पत्नी सदाबाई सहित दो पुत्र, एक पुत्री छोड़ गए हैं। अंतिम संस्कार में सैकड़ों लोग शामिल रहे।
अंतिम सलामी देते सीआरपीएफ जवान
अंतिम संस्कार में नहीं पहुंचे जनप्रतिनिधि
बांदा। सीआरपीएफ के सहायक उप निरीक्षक चिंतामणि पांडेय के शहीद हो जाने की खबर पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल जाने के बावजूद भी उनके अंतिम संस्कार में कोई भी जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचा। मृतक पुत्र पवन ने बताया कि सीआरपीएफ के अधिकारियों के अलावा नजदीकी महुटा चौकी के प्रभारी राजेश कुमार रहे। इसके अलावा किसी भी जनप्रतिनिधि ने पहुंचना उचित नहीं समझा।
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