जिला अस्पताल में मरीजों को बेड मिल पाना हो रहा मुश्किल
स्ट्रेचर, कुर्सियों और गद्दीदार बेंच में लिटाकर हो रहा उपचार
बांदा, के एस दुबे । गर्मी के मौसम में डायरिया और बुखार के मरीजों की संख्या एकबारगी बढ़ रही है। इसकी वजह से अस्पताल में मरीजों की भीड़ है। बीमार मरीजों को बेड तक उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि मरीजों की संख्या बढ़ने की वजह से यह अव्यवस्था है। सभी मरीजों को हर संभव उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है। इन दिनों जिला अस्पताल में ओपीडी से लेकर इमरजेंसी तक मरीजों की लंबी लाइन लग रही है। बुधवार को खुले जिला अस्पताल मंे पर्चा काउंटर से लेकर चिकित्सकों के चेंबर और दवा वितरण कक्ष में मरीजों की भीड़ लगी रही। गर्मी के मौसम में डायरिया और बुखार के मरीज जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। मरीजों की संख्या अधिक होने की वजह से बेड मरीजों को नहीं मिल पा रहे हैं। आलम यह है कि मरीजों को
ट्रामा सेंटर में गद्दीदार बेंच पर लेटे मरीज |
कुर्सियों, गद्दीदार बेंच और स्ट्रेचर में लिटाकर उपचार किया जा रहा है। ओपीडी में अपना उपचार कराने के लिए मरीज के तीमारदार पर्चा बनवाने के बाद चिकित्सकों के चेंबर में पहुंचे। वहां लाइन लगाकर मरीजों को उपचार कराना पड़ा। इसके बाद दवा प्राप्त करने के लिए भी मरीजों को लाइन में लगना पड़ा। इसकी वजह से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ओपीडी का समय खत्म हो जाने के बाद जिन मरीजों का उपचार नहीं हो पाया वह ट्रामा सेंटर में संचालित इमरजेंसी में पहुंचे, वहां पर पर्चा बनवाने के बाद उपचार कराया। डायरिया और बुखार से पीड़ित मरीजों को जिला भर्ती तो किया गया, लेकिन मरीजों को बेड न मिल पाने की समस्या बनी रही। जिला अस्पताल के सीएमएस डा. आरके गुप्ता का कहना है कि मरीजों की संख्या अधिक हो जाने की वजह से बेड मिलने में कुछ दिक्कतें आ रही हैं। उन्होंने बताया कि गददीदार बेंच का इंतजाम किया गया है। मरीजों की संख्या कम होने के साथ ही हालात सामान्य हो जाएंगे।
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