कार्बन क्रेडिट उपयोगिता व महत्व कार्यशाला हुई
मानिकपुर/चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । मानिकपुर ब्लाक के वनवासी कल्याण केन्द्र में दो सौ महिला-पुरुष किसानों ने कार्बन परियोजना के तहत हितग्राहक परामर्श कार्यशाला अखिल भारतीय समाजसेवा संस्थान ने सृजन, एफसीएफ व सीजीई के सहयोग से किया। मंगलवार को संस्थान निदेशक राष्ट्रदीप ने अतिथियों का स्वागत कर कार्यशाला के उद्देश्य पर रोशनी डाली। बतौर मुख्य अतिथि/उप कृषि निदेशक राजकुमार ने कहा कि कार्बन उत्सर्जन को वृक्षारोपण व प्राकृतिक खेती समेत मोटे अनाज पैदा करने चाहिए। किसानों की आजीविका में वृद्धि होगी। आने वाली पीढ़ी को उपजाऊ व स्वस्थ भूमि मिलेगी। विशिष्ट अतिथि/वन क्षेत्राधिकारी बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि वनों को न काटें। पौधों को लगाये, ताकि प्रकृति में सुधार आये। सहायक विकासखण्ड अधिकारी
कार्यशाला में बोलते उपनिदेशक राजकुमार। |
मानिकपुर शिवनरेश पटेल मौजूद रहे। फेयर क्लाइमेट फंड इंडिया लि से निशान्त ने कहा कि कार्बन जहरीली गैस नहीं है। ये एक गैस के रूप में नुकसान नहीं पहुंचाएगी। कार्बनडाई आक्साइड पर्यावरण का अहम हिस्सा है। मानव श्वास तंत्र में कार्बन आसपास घूमता है। अध्यक्ष/संस्थान संस्थापक गोपाल भाई ने कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ-सुन्दर बनाने में किसान परिवार को पांच-पांच पौधे लगाने को प्रेरित किया। संचालन विजय सिंह, सुश्री भारती ने किया। आयोजन में भूमिका संजय शुक्ला, गुरुदयाल, देशराज, बिंदा, शिवकुमार, राम विलाश, सुरेंद्र, भरत, अनीश, राजू, श्याम सुंदर, मनोज व धीरेंद्र ने निभायी।
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