बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने पर बढ़ा जल स्तर
एमपी के कैचमेंट एरिया में हुई झमाझम बारिश से जलराशि में इजाफा
बांदा, के एस दुबे । एमपी के कैचमेंट एरिया में हो रही झमाझम बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने की वजह से केन नदी खतरे का निशान पार करके डेढ़ मीटर ऊपर बह रही है। इसके साथ ही यमुना नदी का जल स्तर भी बढ़ने लगा है। केंद्रीय जल आयेाग का दावा है कि जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। इधर, केन नदी के उफान पर आ जाने से नदी किनारे बसे गांवों में भी पानी घुसने लगा है। लोग सुरक्षित स्थानों की ओर जाने लगे हैं। लगातार हो रही बारिश और बांधों का पानी छोड़े जाने की वजह से केन नदी का जल स्तर सोमवार को खतरे के निशान को पार कर गया। नदी के खतरे के निशान का पैमाना 104 सेंटमीटर को पार करके पांच सेंटमीटर से ऊपर पहुंच गया। केन
केन नदी में हिलोरें मारता पानी |
का जल स्तर बढ़ने के साथ ही यमुना नदी में भी जल स्तर में इजाफा होने लगा है। सोमवार की दोपहर को केन नदी खतरे के निशान से डेढ़ मीटर ऊपर बह रही थी। केद्रीय जल आयोग के मुताबिक केन नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। इधर, केन नदी किनारे बसे गांवों में भी पानी घुसने लगा है। ग्रामीण अपना नया ठिकाना ढूढने के लिए सामान बटोर कर निकल पड़े हैं। इधर, भूरागढ़ इलाके में केन का पानी घुस जाने की वजह से मुख्य मार्ग बंद हो गया है। लोग किसी तरह अपने घरों से निकलकर सुरक्षित स्थान की ओर पहुंच रहे हैं। जिलाधिकारी नगेंद्र प्रताप और अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करते हुए अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित लोगों को चिकित्स सुविधा और राहत सामग्री उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए हैं।
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