तलहटी में बोई सब्जियां पूरी तरह जलमग्न
राजापुर/चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । यमुना नदी का जलस्तर बराबर 15 सेमी प्रति घण्टे की रफ्तार से बढ़ रहा है। यमुना की तलहटी पर बसे गांवों की बेचैनी बढ़ती जा रही है। अभी किसी गांव को कोई खतरा नहीं है। तलहटी गांवों में लेखपाल-प्रधान को सतर्क किया गया है। शुक्रवार को यमुना नदी का जलस्तर बराबर बढ़ता जा रहा है। राजापुर तहसील क्षेत्र के नजदीकी गांव रीठी, भंभेट, बरुआ, केवटरहा, चिल्लीराकस, कनकोटा, भदेहदू, चांदी, धुमाई, कुसेली, सरधुवा, अर्की, चिल्लीमल, बेलास आदि गांवों की बेचैनी बढ़ती जा रही है। लोगों की रातों की नींद हराम हो रही है। तलहटी पर बोई हुई सब्जियां पूरी तरह जलमग्न हो गई हैं। बरुवा गांव के अरविंद सिंह, मुंशीलाल गुप्ता, अशोक सिंह ने बताया कि गुंता नदी में बाढ़ आने से शिवलहा पुरवा, टिकरा, सिरावल आदि गांव का संपर्क टूट गया है। यात्री नाव से आवागमन कर रहे हैं। चिल्लीमल गांव के पूर्व प्रधान करुणेश मिश्रा, सुशील मिश्रा,
बाढ का दृश्य। |
रामविलास यादव, रोहित सिंह आदि लोगो ने बताया कि कड़ी मेहनत से गरीब लोग यमुना की तलहटी पर कौल व बटाई पर फसले बोई थीं। जो बाढ़ के चलते पूरी तरह जलमग्न हो गई हैं। इसी से घर का गुजारा चलता था और अब भोजन के लाले पड़े हुए हैं। उप जिलाधिकारी प्रमोद झा ने बताया कि यमुना का जलस्तर बराबर बढ़ रहा है। यमुना नदी में बनाई गई आठ राहत चैकियों में खोपा, भदेहदु, सरधुवा, अर्की, बिहरवा, राजापुर, चिल्लीमल, भंभेट सक्रिय कर दी गई हैं। बरुआ गांव को अस्थाई बाढ़ चैकी बनाई गई है। लेखपालो को निर्देश दिये हैं कि बाढ़-चैकियों में पोस्टर-बैनर लगायें। हर चैकी में लेखपाल ग्राम विकास व चकबंदी के कर्मचारियों की तैनाती की गई है। तहसील राजापुर बाढ़ नियंत्रण कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। तहसील प्रशासन बाढ़ से निपटने को पूरी तरह से मुस्तैद है। केंद्रीय जल आयोग शाखा राजापुर रिपोर्ट के अनुसार 87.74 है। यमुना का जलस्तर जब 92 मीटर पर आ जाएगा, तब खतरे के निशान को पार करेगा।
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