चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । प्रभु श्रीराम की तपोस्थली में पाकिस्तानी हिंदू परिवार पहुंचा है। पाकिस्तान में हो रहे अत्याचारों से तंग आकर भारत में शरण ले रहे हैं। पाकिस्तान में मुसलमानों के जबरन गौमांस खिलाने व हिंदू महिलाओं के सिंदूर व बिंदी लगाने पर हिंसा के दबाव ने इन्हें अपने देश में असुरक्षित बना दिया था। नागरिकता संशोधन अधिनियम के तहत इन परिवारों को भारतीय नागरिकता तो मिल गई है, लेकिन रोजगार व स्थायी निवास की व्यवस्था सरकार की ओर से अभी तक नहीं की गई है। इससे ये परिवार कोतवाली क्षेत्र के संग्रामपुर गांव में अस्थायी
पाकिस्तानी हिन्दू परिवार। |
रूप से रह रहे हैं। इनके रहने की व्यवस्था स्थानीय निवासी कमलेश कुमार पटेल ने की है। पांच सदस्यीय इस परिवार में धर्मवीर, ननकी, चंद्रमा, प्रेमदास व एक नाबालिग लड़की शामिल है। ये लोग ब्राह्मण होने के नाते पूजा-पाठ करने और रोजगार की तलाश में चित्रकूट आए हैं। परिवार के अनुसार, ष्हमने चित्रकूट का नाम सुना था, इसलिए यहां आ गए। ज्ञात है कि एक साल पहले एक दर्जन पाकिस्तानी हिंदू परिवार चित्रकूट आए थे। जिन्हें पुलिस ने सुरक्षा के चलते एक महीने तक घर में नजरबंद रखा और फिर दिल्ली भेज दिया था।
No comments:
Post a Comment