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Sunday, September 29, 2024

झमाझम बारिश से फिर आफत, किसानों की उड़ी नींद

रविवार को फिर हुई झमाझम बारिश से हर तरफ भरा पानी

खरीफ की फसलों को लग सकता है तगड़ा नुकसान

फतेहपुर, मो. शमशाद । शहर में बीते कई दिन से अच्छी बारिश हो रही है। शनिवार को पूरी रात बारिश होने के बाद रविवार की सुबह भी झमाझम बारिश ने फिर लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में बारिश से किसान भी मायूस हो गए। बारिश ने खेतों को लबालब कर दिया। जिससे खरीफ की फसलों को तगड़ा नुकसान होने की आशंका बढ़ रही हैं। मौसम विभाग की बारिश की चेतावनी के बीच शनिवार को दिन में कई बार अच्छी बारिश हुई तो मौसम सुहावना हो गया। वहीं रविवार की सुबह भी झमाझम बारिश होने से लोगों ने जहां गर्मी से राहत ली। तो वहीं बारिश की आशंका के बीच किसान चिंतित हैं। अब यदि तेज बारिश होती है तो किसानों के खेतों में खड़ी धान और बाजरा की फसल में भारी नुकसान होगा। रविवार को सुबह से ही जिले में बादल छाने के साथ कभी रिमझिम बारिश तो कहीं तेज बारिश हुई। सुबह करीब 10 बजे के आसपास आधे घंटे तक झमाझम बारिश होने से शहर

अंडरपास के नीचे भरा बारिश का पानी।

पानी-पानी हो गया। जीटी रोड, बाकरगंज, रानी कालोनी समेत अन्य कई मोहल्लों में जलभराव हो गया। जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं मौसम विभाग की ओर से 30 सितंबर तक हल्की बारिश की संभावना जताई है। इस संभावना से किसान चिंतित है। वह कहते हैं कि उस बारिश के साथ बाढ़ से तराई क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। यदि अब और बारिश होती है तो ऊपरी इलाके की तैयार धान और बाजरा की फसल में भी भारी नुकसान होगा। इधर, दूसरी तरफ मौसम में ठंडक आने से लोगों को भी राहत मिल रही। अधिकतम तापमान 28 डिग्री तो न्यूनतम पारा 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। आद्रता घटने से उमस भी खत्म हो गई। 

पानी भरने से सड़नें लगीं तिल-उर्द की फसलें

खरीफ की फसल में किसानों ने खेत में तिल, मूंग, उर्द की फसल बोई थीं लेकिन इस माह हुई कई बार की मूसलाधार बारिश ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। इस बारिश में खेत लबालब भर चुके हैं। जहां खेत ढालू हैं उनमें कुछ उम्मीद बची हुई है कि शायद वहां फसल का कुछ हिस्सा बच जाए। बाकी आधे से अधिक किसानों की फसल खेत भरने से नष्ट हों चुकी है। उनमें पैदावार की गुंजाइश नहीं बची है।


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