क्यूआर कोड स्कैन कर यात्री चालकके बारे में कर सकते हैं पूरी जानकारी
एसपी ने पुलिस लाइन में ई-रिक्शा मालिकों व चालकों के साथ की बैठक
यातायात व्यवस्था सुदृढ़ होगी, अपराधों में भी लगेगी रोक
बांदा, के एस दुबे । एसपी अंकुर अग्रवाल ने बुधवार को पुलिस लाइन में ई-रिक्शा मालिकों और चालकों से साथ समन्वय बैठक की। एसपी ने कहा कि सभी ई-रिक्शा चालकों का सत्यापन कर क्यूआर कोड जारी किया जाएगा। यात्री क्यूआर कोड स्कैन कर ई-रिक्शा चालक के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं। प्रकिया से यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने और अपराधों की रोकथाम में मदद मिलेगी। एसपी अंकुर अग्रवाल की अध्यक्षता में ई-रिक्शा मालिकों एवं चालकों के साथ एक महत्वपूर्ण समन्वय बैठक का आयोजन पुलिस लाइन में किया। जिसमें शहर में सुरक्षा और सत्यापन से संबंधित मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक का उद्देश्य शहर में ई-रिक्शा सेवाओं को और अधिक सुरक्षित एवं संगठित करना था। पुलिस की ओर से परिवहन विभाग से समन्वय स्थापित कर सभी ई-रिक्शा मालिकों और चालकों का पूर्ण सत्यापन की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। सत्यापन के उपरांत,
पुलिस लाइन में मौजूद ई-रिक्शा मालिक व चालक और संबोधित करते एसपी अंकुर अग्रवाल |
प्रत्येक ई-रिक्शा को एक विशेष क्यूआर कोड प्रदान किया जाएगा। यह क्यूआर कोड चालकों की सत्यापित पहचान के रूप में कार्य करेगा। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि केवल पात्र, कानूनन मान्य और विश्वसनीय व्यक्ति ही ई-रिक्शा चला सकें। शहर में नाबालिगों द्वारा ई-रिक्शा चलाने की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। किसी भी नाबालिग को ई-रिक्शा चलाने की अनुमति नहीं होगी। ई-रिक्शा से संबंधित चोरी, लूटपाट, छेड़खानी और अन्य आपराधिक गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए यह सत्यापन प्रक्रिया शुरू की जा रही है। सत्यापन से यह सुनिश्चित होगा कि केवल वह ही चालक ई-रिक्शा चलाएंगे जिनका चरित्र प्रमाणित हो और जो सभी आवश्यक कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करते हों। इससे शहर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने में सहायता मिलेगी। बैठक में निर्णय लिया गया कि समन्वय बैठक के बाद आगामी एक या दो दिनों में ई-रिक्शा क्यू-आर सेवाओं का शुभारंभ किया जाएगा। सभी ई-रिक्शा चालकों को आमंत्रित कर पूरी प्रक्रिया के बारे में जागरूक किया जाएगा, ताकि शहर की यातायात व्यवस्था और अधिक सुरक्षित हो सके। पुलिस अधीक्षक ने सभी ई-रिक्शा चालकों और नागरिकों से अपील की है कि वे इस पहल का समर्थन करें और यातायात नियमों का पालन करें। यह कदम शहर को अपराध मुक्त और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। उन्होने सभी ई-रिक्शा चालकों को आश्वस्त किया कि इस प्रकिया के लागू होने से उन्हे बेहतर लाभ होगा, साथ ही वे विभिन्न प्रकार की प्रक्रियागत समस्याओं से बच सकेंगे। इस कदम से न केवल यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप प्रदान किया जा सकेगा, बल्कि अपराधों विशेषकर महिला अपराधों की रोकथान में सहायता मिलेगी। साथ ही यात्रियों का ई-रिक्शा चालकों पर विश्वास भी सुदृढ़ होगा। यह प्रकिया ई-रिक्शा चालकों को एक एकीकृत डिजीटल प्लेटफार्म प्रदान करेगा जो उनके रोजगार को सहयोग प्रदान करेगा। बैठक में एएसपी शिवराज, क्षेत्राधिकारी सदर अजय कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी यातायात राजवीर सिंह गौर, परिवहन विभाग के अधिकारी और काफी संख्या में ई-रिक्शा चालक उपस्थित रहे।
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