फतेहपुर, मो. शमशाद । गाजियाबाद के डासना के महंत नरसिंहानन्द सरस्वती ने 29 सितंबर को पैगम्बरे इस्लाम हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम की शान में गुस्ताखियां कीं। जिसकी कडे शब्दों में निन्दा करते हुए काजी शहर कारी फरीद उद्दीन कादरी ने कहा कि मुसलमान सब कुछ बर्दाश्त कर सकता है लेकिन अपने आका की शान में राई के दाने के बराबर भी तौहीन बर्दाशत नहीं कर सकता। काज़ी शहर श्री कादरी ने कहा कि वतन-ए-अजीज हिन्दुस्तान के अम्नो भाईचारा की खातिर हमारे सब्र को कमजोरी न समझा जाए। मुजरिमों को सजा देना हुकुमतों का
काजी शहर कारी फरीद उद्दीन। |
काम है। अगर हुकुमते अपनी जिम्मेदारी पूरी करेंगी तो मुल्क में अम्नो अमान कायम होगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह दहशतगर्दी मुल्क के लिए नासूर है। इससे मुल्क को बचाना सारे इंसाफ पसन्द हिन्दुस्तानियों की जिम्मेदारी है। उसी तरह नरसिंहानन्द सरस्वती जैसे लोगों के बयानात से मुल्क को बचाना और ऐसे लोगों के खिलाफ कार्यवाही करके सख्त से सख्त सजा दिलवाना हम सभी हिन्दुस्तानियों की जिम्मेदारी है। उन्होंने रेयासती हुकुमत के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मोतालबा किया कि नरसिंहानन्द सरस्वती पर एनएसए के तहत मुकदमा चलाया जाए।
No comments:
Post a Comment