विकास भवन परिसर में दिया धरना, जमकर नारेबाजी
मांगें पूरी न होने तक जारी रहेगा धरना प्रदर्शन
बांदा, के एस दुबे । बाल विकास परियोजना को संचालित होते हुए 49 वर्ष क समय गुजर गया, लेकिन आंगनबाडी और सहायिका बहनों का वेतन जस का तस है। लामबंद होकर आंगनबाड़ी और सहायिका बहनें मंगलवार को विकास भवन परिसर में पहुंची और धरना-प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। उनका कहना है कि महंगाई के इस दौर में उनका भरण पोषण मुश्किल हो रहा है। चेतावनी दी कि जब तक प्रमोशन और वेतन बढ़ोत्तरी नहीं होती है, तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
विकास भवन में धरना प्रदर्शन करतीं आंगनबाड़ी और सहायिकाएं |
मंगलवार को आंगनबाड़ी अधिकार संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में जिले में आंगनबाड़ी और सहायिका बहनों का विकास भवन में धरना संपन्न हुआ, इसमें ब्लॉकों से कम से कम 400 आंगनबाड़ी बहनों की उपस्थिति रही। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि बाल विकास परियोजना का जन्म हुए आज से 49 साल हो गया लेकिन आज उनके वेतन बढ़ोत्तरी की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जबकि महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है। आंगनबाड़ियों को मात्र 6500 रुपये वेतन दिया जा रहा है, जो आज की महंगाई में कम है, जीवन यापन मुश्किल हो रहा है। आंगनबाड़ी और सहायिकाओं ने 18 हजार न्यूनतम वेतन दिए जाने की मांग की है। कहा कि जब तक सरकार आंगनबाड़ियों का मानदेय नहीं बढ़ाती और एजुकेटर की जगह आंगनबाड़ियों का प्रमोशन नहीं करती, तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
पैदल मार्च कर ज्ञापन सौंपेगें रोजगार सेवक
बांदा। ग्राम रोजगार सेवक (पंचायत मित्र) वेलफेयर एसोसिएशन के प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर 4 सितंबर को सुबह 10 बजे विकास भवन में एकत्रित होकर पैदल मार्च करेंगे। पैदल मार्च के बाद जिलाधिकारी को ग्राम रोजगार सेवकाअें की समस्याओं के संबंध में ज्ञापन दिया जाएगा। यह जानकारी संगठन के जिलाध्यक्ष रामकिशोर साहू ने दी।
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