चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । सीडीओ अमृतपाल कौर की अध्यक्षता में जिला गंगा समिति/जिला पर्यावरण समिति एवं जिला वृक्षारोपण समिति की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। शुक्रवार को सीडीओ ने डीपीआरओ व अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्लास्टिक के खिलाफ अभियान चलाकर जुर्माना लगायें। ईओ से कहा कि रामघाट से कर्वी तक मंदाकिनी नदी में गिर रहे नाला की टैपिंग को जल निगम से संपर्क कर व्यवस्था करायें। इस पर ईओ ने बताया कि अमृत नगरीय योजना के तहत प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है। सीडीओ ने जिला स्तरीय अधिकारियों से कहा कि जो पौधरोपण हुए हैं, उसकी शत-प्रतिशत जियो टैगिंग करायें। इसकी शासन व मंडलीय समीक्षा होती है, अगली बैठक तक हो जायें। टी गार्डन की सूचना दें। पौधरोपण का सत्यापन करायें। कहा कि चित्रकूट धार्मिक नगरी है। जिन अधिकारियों को मठ-मंदिरों में प्लास्टिक प्रयोग न करने की जिम्मेदारी दी है, वे सभी अधिकारी कार्य करें। वहां क्या कार्य हुए हैं, उसकी फोेटो अगली बैठक में दें। अधिशासी अभियंता सिंचाई व लघु सिंचाई से कहा कि जो डैम व चेकडैम बने हैं, उनकी सिल्ट सफाई करायें। मंदाकिनी नदी का सीमांकन भी करायें।
बैठक में निर्देश देती सीडीओ। |
उपनिदेशक रानीपुर टाइगर रिजर्व/प्रभागीय वनाधिकारी नरेंद्र कुमार सिंह ने सभी अधिकारियों से कहा कि पौधरोपण का लक्ष्य प्राप्त हो गया है, कार्य योजना बनाकर दें। शासन ने मियांवादी योजना संचालित की है। जो शहरी क्षेत्र में लागू होगी। ये योजना चार वर्षों के लिए लागू है। इस पर सीडीओ ने प्रभागीय वनाधिकारी से कहा कि शासन से मियांवादी योजना पौधरोपण का पूरा विवरण सभी विभागों को दें। क्षेत्र में किस प्रजाति का पौधा सर्वाइवल होगा, उस में बतायें। बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ सुभाष चन्द्र, उप निदेशक कृषि राजकुमार, डीपीआरओ इंद्र नारायण सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक संतोष कुमार मिश्रा, जिला उद्यान अधिकारी श्रीमती प्रतिभा पांडेय, जिला खनिज अधिकारी सुधाकर सिंह, अधिशासी अभियंता विद्युत दीपक सिंह समेत आदि लोग मौजूद रहे।
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