चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । पशु विभाग की लापरवाही से पशुओं को गलाघोंटू की वैक्सीन लगाते ही 50 से ज्यादा भैंस की हालत बिगड़ गई। एक भैंस की मौत हो गई। ये मामला राजापुर तहसील के जमौली गांव का है। बताया गया कि पशु चिकित्सा विभाग बरसात से पहले दुधारू पशुओं में लगड़ी बुखार व गलाघोंटू रोग से बचाव को टीकाकरण कर रहा था। पशु चिकित्सा विभाग की टीम सोमवार को पशुओं को वैक्सीन लगाने को जमौली गई थी। गलाघोंटू की वैक्सीन लगाने से 50 से ज्यादा भैंस की हालत बिगड़ गई। एक-एक कर भैंस बेहोश होकर गिरने लगी। एक भैंस की मौत हो गई। इससे हड़कम्प मचते ही पशु विभाग की टीम भैंस के इलाज को जमौली पहुंचीं। पशु
वैक्सीन लगाते ही भैंस की हालत खराब। |
पालकों ने कहा कि पशु चिकित्सा विभाग की लापरवाही से ये सब हुआ है। वैक्सीन लगाते ही भैंस की हालत खराब हुई है। एक भैस की मौत हुई है। भैंस की कीमत 50 हजार से ऊपर है। भैस की मौत का आंकड़ा बढ़ा तो लाखों की क्षति हो जायेगी। किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है। इस मामले में पशु चिकित्सा अधिकारी सुभाष सिंह ने कहा कि ब्रिलियंट कंपनी की वैक्सीन लगाई गई है। 52 भैस को ये टीका लगाया है। एक भैंस की मौत हो गई। 51 भैंस बीमार हैं। जिनका इलाज टीम कर रही है। ब्रिलियंट कंपनी की वैक्सीन में कुछ कमी है। भैंस को लगाने में दिक्कत हो रही है, गाय को लगाने में कोई दिक्कत नहीं होती। ये वैक्सीन लगाने से भैंस का पेट फूलना, मुंह से झाग निकलना व कांपने की समस्या आ रही है। कुल तीन भैस की मौत हुई है। दो पशु पालकों को कंपनी से मुआवजा दिलाया है।
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