हाथ में काली पट्टी बांध, सिर मुड़ाकर किया विरोध
सोशल मीडिया में भी चलाया गया विरोध अभियान
फतेहपुर, मो. शमशाद । परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सोमवार से ऑनलाइन हाजिरी अनिवार्य किए जाने के फैसले के खिलाफ विभिन्न शिक्षक संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म के जरिए भी शिक्षक अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। सुबह स्कूल पहुंचे शिक्षक, शिक्षामित्र एवं अनुदेशकों ने हाथ में काली पटटी बांध कर काम किया। कई स्कूलों के शिक्षकों ने मुंडन कराकर भी विरोध दर्ज कराया। उसके बाद जिले भर के शिक्षक-शिक्षामित्र एवं अनुदेशक कलेक्ट्रेट पहुंचे और जमकर नारेबाजी की। बाद में डीएम को एक ज्ञापन सौंप कर अपनी समस्याओं के निदान की मांग की। डीजी स्कूल शिक्षा ने आठ जुलाई से शिक्षकों के विद्यालय आने का समय डिजिटल उपस्थिति पंजिका में सुबह 7.45 बजे से आठ बजे तक दर्ज किए जाने के निर्देश दिए गए थे। अग्रिम आदेश तक 30 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जा रहा है। इस तरह शिक्षक अब सुबह 8.30 बजे तक (कारण सहित उल्लिखित करते हुए) अपनी उपस्थित दर्ज करा सकेंगे। यह सूचना सभी शिक्षकों, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को विभागीय व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से भी भेजी गई है। उधर, प्राथिमक शिक्षक संघ समेत अन्य विभिन्न संगठनों ने अलग-अलग तरीके से विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला महामंत्री विजय त्रिपाठी ने बताया कि आठ जुलाई को विद्यालयों में काली पट्टी बांधकर विरोध किया गया है। कहा कि अभी बारिश का मौसम चल रहा है। रास्ते कट जाते हैं। ऐसे में यदि शिक्षक फंस जाता है और एक मिनट भी देरी से पहुंचता है तो वह अनुपस्थित माना जाएगा। ऐसे ही जाड़े के दिनों में घना कोहरा होने पर स्कूलों में पहुंचने में थोड़ी देरी हो सकती है। बताया कि संगठन ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध में हाईकोर्ट की शरण में भी जा सकता है। कहा कि यह आदेश न्यायसंगत नहीं है।
कलेक्ट्रेट में विरोध दर्ज कराते बेसिक शिक्षक।
काली पट्टी बांध कर किया काम
परिषदीय विद्यालयों में सोमवार से शिक्षकों, कर्मचारियों की डिजिटल अटेंडेंस (टैबलेट पर चेहरा दिखाकर उपस्थिति) लगाने की व्यवस्था का व्यापक स्तर पर विरोध शुरू हो गया है। सोमवार को काली पट्टी बांधकर काम करने के बाद जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। कलेक्ट्रेट में उमड़े शिक्षकों के जन सैलाब ने एक स्वर से इस व्यवस्था का विरोध किया। श्री त्रिपाठी ने बताया कि पहले शिक्षकों की ईएल, सीएल, हाफ डे जैसी मांग पूरी की जाए। बरसात की दिक्कत को देखते हुए फिलहाल डिजिटल अटेंडेंस स्थगित की जाए।
सभी विभागों में लागू करें यही व्यवस्था
संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि शासन की आंख नहीं खुलती हैं तो कार्य बहिष्कार का ऐलान किया जाएगा। विभाग पहले लंबित मुद्दों पर निर्णय ले, उसके बाद शिक्षकों के साथ सभी विभागों में डिजिटल अटेंडेंस लागू करे। डीएम को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि शिक्षकों को ईएल, सीएल, हाफ डे, प्रतिकर अवकाश दिया जाए। साथ ही 15 से 20 मिनट देर होने पर किसी तरह की कार्रवाई न करने की मांग समेत कई बिंदुओं की मांगे शामिल रहीं।
विभाग ने 30 मिनट की दी है राहत
बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की मांग और दिक्कत को देखते हुए शिक्षकों, कर्मचारियों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने के निर्धारित समय सुबह 7.45 से 08 बजे तक में राहत दी है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा की ओर से कहा गया है कि डिजिटल उपस्थिति पंजिका पर शिक्षक उपस्थिति अंकित करने के लिए 30 मिनट का अतिरिक्त समय यानी 8.30 बजे तक (कारण सहित उल्लिखित करते हुए) का समय दिया गया है। हालांकि शिक्षक इससे संतुष्ट नहीं हैं।
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