नई पीढ़ी को जानना चाहिए विभाजन की विभीषिका : डीएम - Amja Bharat

Amja Bharat

All Media and Journalist Association

Breaking

Saturday, August 17, 2024

नई पीढ़ी को जानना चाहिए विभाजन की विभीषिका : डीएम

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय क्षेत्रीय कार्यालय ने मनाया विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस-

स्वतंत्रता दिवस व हर घर तिरंगा जन-जागरूकता अभियान का हुआ समापन

कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने 20 छात्रों को किया पुरस्कृत

बांदा, के एस दुबे । देश की युवा पीढ़ी को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस, स्वतंत्रता दिवस व हर घर तिरंगा अभियान के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से जनपद में आयोजित दो दिवसीय चित्र प्रदर्शनी व अन्य मनोरंजक जागरूकता कार्यक्रम का शुक्रवार को आदर्श बजरंग इंटर कालेज में समापन हुआ। समापन समारोह के मुख्य अतिथि डीएम नगेंद्र प्रताप ने छात्रों से कहा कि उन्हें स्वतंत्रता के महत्व को जानना चाहिए। साथ ही देश के विभाजन की विभीषिका को भी जरूर जानना चाहिए। किस प्रकार हमारे पूर्वजों ने असंख्य बलिदान व अन्य तमाम वेदना सह देश को आजाद कराया था। प्रत्येक वर्ष 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के तौर पर मनाया जाता है। देश के बंटवारे के दर्द को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। नफरत व हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों व भाइयों को तब विस्थापित होना पड़ा व जान भी गंवानी पड़ी जब हमारे देश का विभाजन हुआ। गौरतलब है कि इस तीन दिवसीय जन-जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत एक जन-चेतना रथ को हरी झंडी दिखा रवाना कर नगर पालिका परिषद अध्यक्ष मालती बासू ने 13 अगस्त को की थी। कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालय में सुबह ध्वजारोहण कर छात्रों ने प्रभात फेरी निकली। इस तीन दिवसीय जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के केंद्रीय संचार ब्यूरो क्षेत्रीय कार्यालय बांदा व मैनपुरी द्वारा जनपद में संयुक्त रूप से किया जा रहा है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अपर जिलाधिकारी वित्त व राजस्व राजेश कुमार वर्मा ने कहा कि इस चित्र प्रदर्शनी को छात्रों को ध्यान से पढ़ना चाहिए। इसी के माध्यम से हम जान सकते हैं कि हमारे पूर्वजों ने बंटवारे के समय कितना अधिक कष्ट सहा है। तब हमें आजाद भारत में रहने को मिला।

विभाजन विभीषिका प्रदर्शनी का अवलोकन करते डीएम नगेंद्र प्रताप।

इस अवसर पर क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी गौरव त्रिपाठी ने बताया कि देश के बंटवारे की नींव 20 फरवरी 1947 को ही पड़ गई थी। जब ब्रिटेन के प्रधानमंत्री क्लेमेंट एटली ने हाउस ऑफ कामन्स में घोषणा की थी कि उनकी सरकार 30 जून 1948 से पहले सत्ता भारतियों को सौंप देगी। हालांकि लॉर्ड माउंटबेटन ने इस पूरी प्रक्रिया को एक वर्ष पहले ही पूरा कर लिया। 02 जून 1947 को ऐतिहासिक बैठक हुई, जिसमें भारत के विभाजन पर सहमति बनी। इस अवसर पर क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी केंद्रीय संचार ब्यूरो मैनपुरी जयकिशन परिहार ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य था लोगों को जागरूक करना। साथ ही देश की भावी पीढ़ी को चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से उन अनगिनत लोगों के संघर्ष व बलिदान के बारे में बताना जिन्होने विभाजन की त्रासदी के कारण जीवन में अपना बहुत कुछ गंवा दिया था 1947 में। कार्यक्रम में मंत्रालय के नामित सांस्कृतिक दल हरिओम पपेट एंड मिरेकल ग्रुप और जादूगर आरसी योगा एंड पार्टी द्वारा मनोरंजक माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया। विभाग द्वारा एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन कर 20 प्रतिभागियों को जिलाधिकारी द्वारा पुरस्कृत किया गया। विजयी प्रतिभागी थे कुलदीप, शुभम कुमार, प्रियंशु सिंह, जितेंद्र सोनकर, अंकित यादव, नितिन कुमार, आदर्श सिंह, सत्यवीर, पुश्पेंद्र, सोनू, करन, संदीप, अनमोल पांडेय, अदित्य कुमार, शिवम, ममता देवी, निर्मला रैकवार, नीमा रजत, वैष्णवी, सर्वेश सिंह। कार्यक्रम में बाल विकास परियोजना व स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी कार्यक्रम में स्टॉल लगाकर लोगों को स्वास्थ्य व पुष्टाहार संबंधी जानकारी स्वतंत्रता दिवस पर दी। कार्यक्रम में डीआईओएस विजय पाल सिंह, भारतीय वायुसेना के पूर्व नॉन-कमीशंड अधिकारी अतुल तिवारी, विद्यालय के प्रधानाचार्य मेजर मिथलेश कुमार पांडेय, विभाग के जितेंद्र कुमार व राकेश डावर, एकता पटेल, अर्चना शुक्ल व अन्य मौजूद रहे।


No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad

Pages