रतजगा कर रहा तहसील प्रशासन, ग्रामीण सतर्क
फिलहाल खतरे के निशान से नीचे होने से ले रहे राहत
फतेहपुर, मो. शमशाद । यमुना का जलस्तर लगातार तीसरे दिन भी तेजी से बढ़ता रहा। जिससे ग्रामीण इलाके के लोगों में भय का माहौल देखा गया। वहीं यमुना के बढ़ते जलस्तर ने तहसील प्रशासन की नींद उड़ा दी है। तहसील प्रशासन पूरी रात रतजगा कर जायजा ले रहा है हालांकि अभी भी यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे बह रहा है। कस्बे के कुछ वार्डों के करीब यमुना का जलस्तर पहुंच चुका है हालांकि अभी कोई भी परिवार बाढ़ से प्रभावित नहीं हुआ है। यमुना के बढ़ने जलस्तर ने तहसील की धमाचौकड़ी तेज कर दी है। लगातार तीसरे दिन शनिवार को भी सुबह सुबह एसडीएम खागा व नायब तहसीलदार जायजा लेने पहुंचे। जांच पर पहुंची राजस्व टीम ने कस्बे में बाढ़ का जायजा लिया। वहीं यमुना नदी की बाढ़ से सबसे जल्दी प्रभावित होने वाले महावतपुर असहट गांव का भी राजस्व टीम ने जायजा लिया। यमुना का बढ़ता जलस्तर रामलीला मैदान तक पहुंच गया है। पूरे मैदान में पानी ही पानी नजर आ रहा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि अगर यमुना का जलस्तर कुछ घंटे और बढ़ा तो मड़ौली, गढीवा, मझिगवां, सेधरी, महावतपुर असहट समेत कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो जाएंगे। वहीं कई परिवारों को भी घर छोड़ने पड़ सकते है। पहाड़पुर से किशनपुर सम्पर्क में यमुना नदी का पानी भरने से सम्पर्क मार्ग टूट गया हैं। वही नरौली गांव के सम्पर्क मार्ग में भी पानी भर गया है। जिससे लोगों का आवागमन बाधित हो गया है। गढा के नरौली गांव को जाने वाले सम्पर्क मार्ग पर यमुना नदी के जलस्तर ने दस्तक दे दी है। जिस वजह से आवागमन बाधित हो गया है। गांव की करीब पांच हजार की आबादी कैद हो गई है। नरौली गांव के मुख्य मार्ग पर सालों पहले पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। जो विभागीय लापरवाही से आज तक पूरा नहीं हो सका है। अधूरे पड़े पुल की वजह से ग्रामीणों ने बगल से कच्चा रास्ता बना आवागमन कर रहे थे। जो अब यमुना नदी की बाढ़ की चपेट में आ गया है। रास्ते में यमुना का पानी भरने से आवागमन बंद हो गया है।
यमुना के बढ़े जलस्तर का दृश्य।
कोई भी परिवार बाढ़ की चपेट में नहीं : एसडीएम
इस विषय पर जब एसडीएम खागा अजय कुमार पाण्डेय से बात की गई तो उन्होने बताया कि लगातार यमुना नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांवों में चौकियां तैनात कर दी गई। अभी कही भी कोई परिवार बाढ़ की चपेट में नहीं है। अगर कोई भी परिवार बाढ़ की चपेट में आता है तो उसे उचित स्थान पर पहुंचाया जाएगा। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।
No comments:
Post a Comment