कानपुर, संवाददाता - आज भगवान परशुराम महासभा की आवश्यक बैठक भूपेश अवस्थी की अध्यक्षता में विजय दशमी दिनांक 12/10/2024 को शस्त्र पूजन की तैयारी हेत आयोजित की गई जिसमे बड़ी संख्या में महासभा के सदस्य जन उपस्थित हुए। अवस्थी जी ने बताया कि विगत आठ वर्षो से महासभा द्वारा विजयदशमी के दिन शस्त्र पूजन का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। विजयदशमी के दिन शस्त्र पूजन के महत्व को बताते हुए कहा कि यह परंपरा भगवान श्री राम जी के समय से समय से चली आ रही है। भगवान राम ने रावण से युद्ध करने से पहले अपने शस्त्रों की पूजा की थी।इसी प्रकार मां दुर्गा ने महिषा सुर का मर्दन करने से पहले भी अपने शस्त्रों की पूजा की थी। शस्त्र पूजन बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए शस्त्र पूजन किया जाता है। अध्यक्ष जी ने सभी सदस्यों से
विजयदशमी के दिन अपने अपने घर से शस्त्र लाने का आह्वाहन किया और बताया कि विद्वान पंडितो द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ शस्त्रों को पूजन किया जायगा। शस्त्र पूजा में सभी शस्त्रों जैसे फरसा, तलवार, बंदूक, रिवाल्वर आदि की सफाई करके मनाई जाती है। सफाई के बाद, इन हथियारों को फूलों और तिलक से सजाया जाता है, जिसमें चंदन, हल्दी या कुमकुम का लेप लगाया जाता है। हथियारों की पूजा करने के लिए भजनों के बीच विभिन्न संगीत वाद्ययंत्रों की भी प्रार्थना की जाती है। आज की बैठक में प्रमुखरूप से श्री विष्णु दत्त तिवारी, राधे श्याम शुक्ला, श्याम नारायण शुक्ला, राजेन्द्र अवस्थी, विकास तिवारी, अनिल द्विवेदी, श्याम नरायण मिश्र, विजय शुक्ला, अशोक शुक्ला, सुधीश शुक्ला राधे आशुतोष मिश्रा,धीरज कुमार शुक्ला आदि उपस्थित हुए।
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