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Saturday, October 26, 2024

गुमशुदा चार बच्चे कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन से बरामद

परिजनों को बिना बताए रील्स बनाने और डांस सीखने पंजाब जा रहे थे बच्चे

टीम बनाकर बच्चों की तलाश की गई, कानपुर से बरामद किए गए

बांदा, के एस दुबे । बबेरू कस्बे से गुमशुदा हुए चार बच्चों को बबेरू पुलिस ने कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन से बरामद किया। यह सभी बच्चे परिजनों को बिना बताए चोरी से रील्स बनाने और डांस सीखने के लिए पंजाब जा रहे थे। बरामद बच्चों में तीन लड़कियां व एक लड़का शामिल है। आपरेशन मुस्कान के तहत पुलिस ने गुमशुदा चार बच्चों को बरामद कर लिया। गुरुवार को कस्बा बबेरु में इण्डियन बैंक शाखा में लगभग 14-15 वर्ष आयु के पांच बच्चे छात्रवृत्ति निकालने गये थे। इनमें केवल एक बच्ची घर पहुंची, जबकि अन्य घर वापस नहीं आये। जब शाम तक चारों बच्चे वापस नहीं आये तो परिजनों ने इसकी सूचना बबेरू कोतवाली पुलिस को दी। सीओ बबेरू सौरभ सिंह के नेतृत्व में प्रभारी निरीक्षक बबेरु बलराम सिंह ने द्वारा इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी। बच्चों की सकुशल बरामदगी के लिए कई टीमों का गठन करते हुए कंट्रोल रुम, जीआरपी, रेलवे हेल्पलाइन तथा चाइल्ड केयर हेल्पलाइन आदि को सक्रिय किया गया। सीसीटीवी फुटेज आदि की मदद से जांच की गई तो पाया गया कि

कार्यालय में बरामद बच्चों के बात करते एएसपी शिवराज

चारों बच्चे ट्रेन से कानपुर की ओर गये हैं। तत्परता पूर्वक कार्यवाही करते हुए देर रात चारों बच्चों को कानपुर सेन्ट्रल रेलवे स्टेशन से पंजाब की ओर जाने वाली ट्रेन से सकुशल बरामद कर लिया गया। बरामद बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के समक्ष प्रस्तुत करते हुए उनकी काउंसलिंग की गई। बरामद बच्चों ने बताया कि वे रील्स बनाने के चक्कर में डांस सीखने के लिए पंजाब जा रहे थे। कार्यालय में अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज व क्षेत्राधिकारी नरैनी अंबुजा त्रिवेदी द्वारा बच्चों से बातचीत कर उनकी काउंसलिंग की और समझाया कि पढ़ाई करें। अपने शहर व परिजनों की देखरेख में को-सर्कुलर एक्टीविटी से अपने व्यक्तित्व का विकास करें। उन्हें किसी भी प्रकार की कोई समस्या होती है तो अपने गांव की महिला बीट आरक्षी या डायल 112 पर बताएं। संबंधित महिला बीट आरक्षी को भी निर्देशित किया गया कि समय-समय पर बच्चों की काउंसलिंग कर उनका उत्साह बढ़ाते रहें। इस दौरान बच्चों के परिजनों से भी बातचीत की गई तथा उन्हे भी समझाया गया कि इस घटना के लिए किसी भी तरीके से बच्चों को परेशान न करें, उन्हें प्यार से समझायें। बरामद बच्चों में तीन लड़कियां व एक लड़का शामिल है। त्वरित एवं प्रभावी कार्यवाही की सराहना करते हुए डीआईजी ने पुलिस टीम को पुरस्कृत किया है।


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