कानपुर, Pradeep Sharma - चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के प्रसार निदेशालय के कृषक सभागार कक्ष में मंगलवार को एक दिवसीय मक्के की खेती में क्रांतिकारी बदलाव: सतत भविष्य के लिए नवाचार विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम प्रसार निदेशालय एवं धनुका एग्रीटेक लिमिटेड के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित हुआ। इस अवसर पर मक्का अनुसंधान संस्थान के पूर्व निदेशक डॉक्टर साईं दास ने प्रदेश में मक्का की असीम संभावनाओं और इसकी खेती के महत्व पर विशेष बल दिया। उन्होंने बताया कि मक्का की खेती से किसानों की आय में आशातीत वृद्धि होगी और राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था को नया आकार मिलेगा।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह ने बताया कि मक्का की खेती वर्ष में तीन बार की जा सकती है।यह बहुउद्देशीय फसल है जिससे किसानों को आर्थिक लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 23 जनपदों में मक्का की खेती किसान कर रहे हैं। निदेशक प्रसार डॉ आर के यादव एवं निदेशक शोध डॉ पी के सिंह ने भी किसानों को संबोधित किया। डॉ वी के कनौजिया ने मक्का के उत्पादन तकनीकी एवं जल प्रबंधन विषय पर जानकारी दी।डॉक्टर भूपेंद्र कुमार सिंह ने कीट रोग प्रबंधन विषय पर जानकारी दी।डॉ विनोद प्रकाश ने भी किसानों को संबोधित किया है।इस कार्यक्रम में धानुका एग्री टेक लिमिटेड के वरिष्ठ महाप्रबंधक अतुल कुमार सहित आसपास जनपदों के 200 से अधिक किसानों ने सहभागिता की।
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