गांव में ही होगी फसल की खरीद
बायोमैट्रिक से होगी गेहूं बिक्री
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । जिले में रबी विपणन वर्ष 2025-26 के लिए गेहूं खरीद की तैयारियां जोरों पर हैं। कलेक्ट्रेट सभागार की बैठक में मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में गेहूं खरीद से संबंधित कार्यशाला व तैयारियों की समीक्षा की गई। बैठक में जिला खरीद अधिकारी, अपर जिलाधिकारी व सभी उप जिलाधिकारी मौजूद रहे। किसानों को अधिक से अधिक सहूलियत देने को क्रय केंद्र प्रभारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए। इस बार 2425 रूपए प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 17 मार्च से 15 जून तक गेहूं की खरीद की जाएगी। जिले में कुल 40 क्रय केंद्र खोले गए हैं, जिसमें खाद्य विभाग के 7, पीसीएफ के 29, मंडी समिति के 1 और भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के 3 केंद्र शामिल हैं। इसके अलावा, किसानों के लिए मोबाइल क्रय केंद्रों की भी व्यवस्था की गई है। यदि किसी गांव में एक ट्रक के बराबर गेहूं उपलब्ध होगा, तो उसे वहीं से खरीदा
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बैठक लेतीं सीडीओ |
जाएगा। क्रय केंद्रों पर खरीद प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल बना दिया गया है। अब सभी केंद्रों पर ई-पाप (इलेक्ट्रॉनिक पॉइंट ऑफ परचेज) मशीन के जरिए बायोमैट्रिक प्रमाणीकरण किया जाएगा। यदि किसान स्वयं उपलब्ध नहीं हैं, तो उनके पंजीकृत पारिवारिक सदस्य के बायोमैट्रिक सत्यापन के माध्यम से गेहूं की खरीद संभव होगी। किसानों को उनकी खरीद की ई-पर्ची भी प्रदान की जाएगी। किसानों को एक और बड़ी राहत देते हुए सरकार ने 100 कुंतल तक गेहूं की बिक्री को सत्यापन से मुक्त कर दिया है। सभी केंद्रों पर पेयजल, छांव, बैठने की व्यवस्था, वाहन पार्किंग और बारिश से बचाव के लिए त्रिपाल की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। साथ ही, इलेक्ट्रॉनिक कांटा, नमी मापक यंत्र, छलना, विनोइंग फैन की व्यवस्था करने को कहा गया। यदि किसी केंद्र पर उपकरण खराब होते हैं, तो संबंधित अधिकारी को तत्काल सुधार की सूचना देनी होगी। इस मौके पर जिला खाद्य विपणन अधिकारी, एडीएम, मंडी सचिव, एफसीआई अधिकारी समेत सभी क्रय केंद्र प्रभारी मौजूद रहे।
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