चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । जिला कारागार में शुक्रवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जिला प्रशासन व पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने संयुक्त निरीक्षण किया। जिला जज एवं प्राधिकरण अध्यक्ष राकेश कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में एसपी अरुण कुमार सिंह, सचिव/अपर जिला जज श्रीमती नीलू मैनवाल, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट राजेंद्र प्रसाद भारती, सीडीओ अमृत पाल कौर, जेल अधीक्षक शशांक पाण्डेय सहित अन्य अधिकारियों ने निरीक्षण किया। निरीक्षण में महिला बैरक में निरुद्ध बंदियों की विधिक समस्याएं सुनी गईं व उनके जमानत संबंधी आवेदनों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए। जेल में रह रहे बच्चों के खानपान व प्रशिक्षण की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए भी निर्देश दिए गए। 70 वर्ष से अधिक उम्र के वृद्ध एवं गंभीर रूप से बीमार बंदियों की विधिक सहायता के लिए जेल अधिकार मित्र
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जेल के निरीक्षण में अधिकारीगण |
को उनका संपूर्ण विवरण एकत्र कर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को सौंपने का निर्देश दिया गया। अंडर ट्रायल रिव्यू कमेटी व अधिकार प्राप्त समिति ने उन बंदियों की पहचान की गई जो जमानत मंजूर होने के बावजूद आर्थिक तंगी के कारण बाहर नहीं आ सके, साथ ही उन कैदियों की भी सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए जिन्हें अर्थदंड की सजा मिली है लेकिन वे भुगतान करने में असमर्थ हैं। निरीक्षण में जिला कारागार में स्थित विधिक सहायता केंद्र की समीक्षा की गई और आवश्यक प्रविष्टियां दर्ज करने के निर्देश दिए गए। जेल अधीक्षक शशांक पाण्डेय को सर्वोच्च न्यायालय व उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुपालन में रिपोर्ट भेजने तथा बंदियों के विधिक सहायता अनुरोधों को शीघ्र आगे बढ़ाने के निर्देश दिए गए।
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