निर्माण एजेंसी पर जांच के आदेश
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । लालापुर गांव स्थित महर्षि बाल्मीकि आश्रम की 12.5 फीट ऊंची महर्षि बाल्मीकि की मूर्ति में दरार आ गई है। 19.95 लाख रुपये की लागत से बनी इस मूर्ति का निर्माण कराया गया है। डीएम के शासन को पत्र लिखने पर राज्य ललित कला अकादमी के निदेशक ने निर्माण एजेंसी को फटकार लगाई है। निर्देश दिये कि जल्द मूर्ति में सुधार नहीं हुआ तो निर्माण एजेंसी को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा। नुकसान की वसूली भी की जाएगी। ज्ञात है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वर्ष 2020 में बाल्मीकि जयंती पर जिले के लालापुर स्थित आश्रम आए थे। यहां हवन-पूजन के साथ पर्यटन विकास के कार्यों की आधारशिला रखी थी। तब से आश्रम में काम चल रहा है। पहले चरण में सुंदरीकरण के कार्य हुए थे। दूसरे चरण में अक्टूबर 2023 में महर्षि बाल्मीकि की मूर्ति
महर्षि बाल्मीकि मूर्ति। |
निर्माण के साथ गेट आदि के काम हुए। यहां करीब 18 करोड़ रुपये की लागत से पर्यटन सुविधा केंद्र और सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण हो रहा है। झांसी-मिर्जापुर हाईवे किनारे स्थित आश्रम में 12 फीट ऊंची महर्षि बाल्मीकि की मूर्ति लगाई गई है। इसका निर्माण ललित कला अकादमी लखनऊ ने मप्र इंदौर के मेसर्स प्रस्तुति शिल्पकार महेंद्र कोटवानी से कराया है। चार मार्च 2024 को वर्चुअल रूप से मूर्ति का अनावरण किया गया था। आश्रम के महंत भरतदास ने बताया कि मूर्ति के पीछे दो तीन जगह दरारें आ गई हैं। इसे लेकर सपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अनुज यादव ने कहा कि धार्मिक स्थलों के निर्माण में भ्रष्टाचार बर्दास्त नहीं किया जाएगा। मामले की पूरी जांच होनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो सके। डीएम ने जिला पर्यटन अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव से मामले की रिपोर्ट तलब की है। अकादमी की निदेशक डॉ श्रद्धा शुक्ला ने मूर्ति की गुणवत्ता की जांच को भूतत्व खनिकर्म निदेशालय को निर्देश दिए हैं। धातु मिश्रण की जांच जल्द पूरी होगी। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
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