कानपुर, प्रदीप शर्मा - आईसीएआर अटारी कानपुर के निदेशक डॉक्टर एस.के. दुबे ने बताया कि संस्थान की वर्ष 1988 में क्षेत्रीय समन्वयन इकाई के रूप में स्थापना हुई थी, तत्पश्चात वर्ष 2009 में क्षेत्रीय परियोजना निदेशालय के रूप में नाम परिवर्तित किया गया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी ) के नाम से नामकरण किया गया। संस्थान उत्तर प्रदेश के 75 जनपदों के 89 कृषि विज्ञान केंद्रों के लिए वित्तीय सहायता के अतिरिक्त क्षेत्रीय कृषि अनुकूलता के अनुसार कृषि प्रसार गतिविधियों की तकनीकी मार्ग दर्शन भी
करता है। डॉ.दुबे ने बताया कि संस्थान के स्थापना दिवस के अवसर पर "समृद्ध कृषि हेतु टिकाऊ मार्ग" विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन भी किया जा रहा है। जिसमें देश एवं प्रदेश के जैविक खेती के ख्याति प्राप्त विशेषज्ञ/किसान प्रतिभाग करेंगे।
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