कानपुर, प्रदीप शर्मा - छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर में नीमा (नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन), स्कूल आफ हेल्थ साइंसेस, स्कूल आफ फार्मास्यूटिकल्स, एन.एस.एस. के संयुक्त तत्वावधान में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.विनय कुमार पाठक, नीमा वूमेन फोरम संस्थापक सदस्य डॉ.विजय दुबे, संरक्षक डॉ.निरंकार गोयल, अध्यक्ष डॉ.ए.के. मिश्रा, सेक्रेटरी डॉ.आर.के. गुप्ता, अध्यक्ष डा० नीरजा दुबे, सेक्रेटरी डा० वंदना पाठक, कोषाध्यक्ष डा० प्रतिमा गुप्ता आदि ने विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केन्द्र में फीता काटकर किया।
इस अवसर पर उपस्थित सभी अतिथियों ने धनवन्तरि भगवान की आरती, पूजन वंदन करने के उपरान्त रक्त दाताओं को प्रशस्ति-पत्र, फल, जूस, अल्पाहार आदि देकर उनका उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने कहा कि रक्तदान सबसे बड़ा दान है जिससे किसी का जीवन बचाया जा सकता है। उन्होने कहा कि विश्वविद्यालय का हेल्थ साइंसेस विभाग सदैव इस तरह के कार्यों को अलग-अलग संस्थानों के साथ मिलकर करता रहता है। उन्होंने इस संवेदना-2 रक्त कैम्प को संयुक्त रूप से आयोजित करने वाली संस्थाओं नीमा, हेल्थ साइंसेस, फार्मास्यूटिकल्स, एन.एस.एस., के सभी पदाधिकारियों, शिक्षकों शुभकामनायें दी। इस अवसर पर नीमा वूमेन फोरम सेक्रेटरी डॉ. वन्दना पाठक ने कहा कि स्वस्थ्य व्यक्ति द्वारा रक्तदान करने पर रक्तशुद्धि होती है शरीर की कार्यप्रणाली में सकारात्मक परिवर्तन होता है। स्कूल आफ हेल्थ साइंसेस के निदेशक डॉ.मुनीश रस्तोगी ने कुलपति सहित नीमा के अधिकारियों, अन्य शिक्षकों एवं रक्तदाताओं के प्रति आभार व्यक्त किया। संस्थान के निदेशक डॉ.मुनीश रस्तोगी ने बताया कि शिविर में संस्थान और विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और कर्मचारियों में कुल 100 ने पंजीकरण कराया था जिसमें कुल 63 यूनिट रक्तदान किया गया।इस अवसर पर संस्थान के शिक्षक/शिक्षिकाए डॉ.राम किशोर, डॉ.वर्षा प्रसाद, डॉ.चन्द्रशेखर कुमार, डॉ.नेहा शुक्ला, डॉ.हिना वैश, डॉ.आकांक्षा बाजपेयी, डॉ.आदर्श कुमार श्रीवास्तव, डॉ.उमेश मौर्या आदि मौजूद रहे।
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