कानपुर, प्रदीप शर्मा - चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नागर द्वारा उन्नत कृषि ग्राम योजना के अंतर्गत दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इसमें मैथ विकासखंड के ग्राम फंदा एवं काशीपुर गांव के 50 किसानों और महिला कृषकों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्र प्रभारी डॉ.अजय कुमार सिंह ने की। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि दो वर्षों के फसल परीक्षण के बाद उपयुक्त तकनीकों को जनपद में विस्तार दिया जाएगा जिससे किसानों की आय दोगुनी या तिगुनी की जा सके और खेती की लागत कम हो। उन्होंने कृषि यंत्रीकरण के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि छोटे-छोटे कृषि यंत्रों को मंगाकर उनके प्रदर्शन किए जाने चाहिए जिससे किसान आधुनिक तकनीकों से अवगत हो सकें। इस अवसर पर मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉक्टर मुनीश कुमार ने कहा कि इस दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण में जो तकनीकी जानकारी किसानों को दी जाए उसे वे अपने खेतों पर अवश्य अपनाएं जिससे उनकी आय बढ़े। डॉ. अरुण कुमार सिंह और डॉ. राजेश राय ने जायद वर्गीय दलहनी
फसलों की उन्नत प्रजातियों पर चर्चा की। डॉ. निमिषा अवस्थी ने मशरूम उत्पादन की संभावनाओं और तकनीकों के बारे में जानकारी दी। डॉ.शशिकांत पशुपालन वैज्ञानिक ने गाय/भैंसों से अधिक दूध उत्पादन प्राप्त कर आए बढ़ाने पर विशेष बल दिया। कार्यक्रम सहायक जितेंद्र प्रताप शुक्ला ने संचालन किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी के.पी.सिंह ने भी अपने विचार रखे।कार्यक्रम में उपस्थित किसानों ने वैज्ञानिकों से अपनी समस्याओं पर चर्चा की और नई तकनीकों को अपनाने की प्रतिबद्धता जताई। इस अवसर पर कृषि विभाग के एटीएम रमेश चंद्र, टीएसी दिलीप कुमार तथा उपेंद्र सिंह, शुभम यादव, गौरव शुक्ला एवं भगवान पाल मौजूद रहे।
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