जनपद और तहसील मुख्यालयों में किया गया लोक अदालत का आयोजन
बांदा, के एस दुबे । शनिवार को जनपद मुख्यालय, तहसील मुख्यालयों में लोक अदालत का आयोजन किया गया। जनपद न्यायाधीश डा. बब्बू सारंग ने दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया। लोक अदालत में 67468 वाद सुलह-समझौते के आधार पर निस्तारित किए गए। इसमें कुल 2,93,08,803 रुपये अर्थदंड वसूल किया। श्री डा० बब्बू सारंग, जनपद न्यायाधीश बांदा द्वारा सिविल व क्रिमिनल के 02 वाद निस्तारित किये गये तथा 500 रुपया अर्थदण्ड वसूला गया। श्री महेन्द्र प्रसाद चौधरी, पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, बांदा द्वारा 58 वाद निस्तारित करते हुए रु० 1,81,50,000/- बीमा कम्पनियों द्वारा पीड़ित पक्षों को दिलाया गया। श्री रोहित सिन्हा, प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय, बाँदा द्वारा पारिवारिक वादों से संबंधित 09 वाद निस्तारित किये गये एवं साथ ही प्री-लिटिगेशन पारिवरिक वादों से सम्बन्धित 45 वादों का निस्तारण सुलह समझौते के आधार पर किया गया।
फीता काटकर का शुभारंभ करते जिला जज |
अपर जिला जज एससीएसटी विकास श्रीवास्तव ने दो वाद निस्तारित किए। निरंजन कुमार अपर जिला जज ने 10 वाद निस्तारित किए। 52500 रुपये जुर्माना वसूला। छोटेलाल यादव विशेष न्यायाधीश (ईसी एक्ट) ने विद्युत अधिनियम से संबंधित कुल 83 वाद निस्तारित करते हुये 2,23,795 रुपये अर्थदण्ड अधिरोपित किया। गुणेन्द्र प्रकाश, अपर जिला जज पंचम ने पांच वाद निस्तारित कर 4700 रुपये अर्थदण्ड अधिरोपित किया गया। हेमन्त कुमार कुशवाहा, अपर जिला जज पाक्सो ने एक वाद निस्तारित किया। पल्लवी प्रकाश, अपर जिला जज, एफटीसी प्रथम ने एक वाद निस्तारित कर 200 रुपये अर्थदंड वसूला। भगवान दास गुप्ता, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा सर्वाधिक 392 वाद निस्तारित करते हुये 1,32,500 रुपये अर्थदण्ड अधिरोपित किया गया। गरिमा सिंह, सिविल जज सीनियर डिवीजन ने उत्तराधिकार के साथ कुल 18 वाद निस्तारित करते हुये 55,61,474 रुपये उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र जारी किये गये। सुचेता चौरसिया, अपर सीजेएम, रेलवे द्वारा 294 वाद निस्तारित करते हुये 2,87,190 रुपये अर्थदण्ड अधिरोपित किये गये। प्रफुल्ल कुमार चौधरी, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, प्रथम ने कुल 71 वाद निस्तारित करते हुये 4,55,200 रुपये अर्थदण्ड अधिरोपित कर वसूल किया गया। वरुणा वशिष्ठ, सिविल जज (सीडि/एफटीसी) ने कुल 20 वाद निस्तारित करते हुये 750 रुपये अर्थदण्ड आरोपित किया गया। बिन्नी बाल्यान, सिविल जज जूडि. द्वारा 15वां फौजदारी के व छह वाद उत्तराधिकार से संबंधित निस्तारित किये गये और 6,24,000 रुपये के प्रमाण पत्र जारी किये गये तथा रुपया 1500 अर्थदण्ड वसूला गया। राखी सिंह, सिविल जज जूनियर डिवीजन अतर्रा द्वारा कुल 17 वाद निस्तारित करते हुये 32100 रुपये अर्थदण्ड अधिरोपित किये गये। अर्पिता साहू के 17 वाद निस्तारित किये गए और रुपये 28,250 अर्थदण्ड वसूला गया। अभय कुमार, सिविल जज जूनियर डिवीजन ग्राम न्यायालय नरैनी की ओर से 80 वाद सुलह-समझौते के माध्यम से निस्तारित करते हुए रुपये 1260 रुपये अर्थदण्ड आरोपित किया गया। शिवशक्ति हर्षवर्धन, सिविल जज-तृतीय जूनियर डिवीजन द्वारा पांच वाद निस्तारित किये गये। कौशल किशोर प्रजापति, विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा एनआईएक्ट से संबंधित कुल 16 वाद निस्तारित किरते हुये 3665900 रुपये पीड़ित पक्ष को दिलाया गया। सत्यवीर सिंह, विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय द्वारा कुल 11 वाद निस्तारित किये गये जिसमें एनआईएक्ट से संबंधित कुल चार वाद निस्तारित किरते हुये 254350 रुपये अर्थदण्ड अधिरोपित किया गया। राजस्व विभाग के सभी न्यायालयों द्वारा कुल 59243 वाद निस्तारित किये गये। बैंक द्वारा कुल 820 वादों का निस्तारण सुलह-समझौते के आधार पर किया गया जिसमें 11,40,67,000/- रुपये कर्जदारों से वसूल किये गये तथा बी०एस०एन०एल० के 47 निस्तारित करते हुए मु० रु0 75826/- वसूला गया। इसके साथ ही आर०टी०ओ० द्वारा 1495 वाद निस्तारित कर रुपया 5600760/- अर्थदण्ड वसूला गया तथा बिजली विभाग, बांदा द्वारा कुल 4767 प्री-लिटिगेशन वाद निस्तारित करते हुए रुपया 1,67,68,098/- वसूला गया। राष्ट्रीय लोक अदालत उद्घाटन समारोह में श्री कमलेश दुबे अध्यक्ष स्थायी लोक अदालत, समस्त न्यायिक अधिकारीगण, अशोक कुमार दीक्षित अध्यक्ष, रामप्रकाश शिवहरे-सचिव जिला अधिवक्ता संघ के साथ श्री रवि शंकर, जिला अग्रणी प्रबन्धक बैंक आदि के साथ अधिवक्तागण मौजूद रहे।
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