चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलाधिपति भारतरत्न नानाजी देशमुख के जन्मदिन पर ग्रामोदय विश्वविद्यालय में आस्था के सैकड़ों दीप प्रज्ज्वलित किये गये। कुलगुरू प्रो भरत मिश्रा की अगुवाई में ग्रामोदय विश्वविद्यालय व कृषि परिसर में श्रद्धांजलि अर्पित कर कार्यक्रम संपन्न हुआ। ग्रामोदय कैंपस में स्थापित नानाजी की प्रतिमाओं पर कुलगुरु प्रो भरत मिश्र ने पुष्पांजलि व हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित की। शनिवार को कुलगुरु प्रो भरत मिश्रा ने नानाजी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नानाजी देशमुख युगानुकुल समाज शिल्पी, सामाजिक व ग्रामीण पुनर्रचना के शिल्पकार, ग्रामोदय संकल्पना एवं कार्यशैली
परिसर में मौजूद छात्र-छात्रायें। |
के परिकल्पक व चित्रकूटधाम तीर्थ को सतत विकास लक्ष्यों को ले जाने वाले महान व्यक्ति थे। नानाजी देशमुख ने शिक्षस व ग्रामीण विकास का अभिनव माडल खड़ा किया है। देश-प्रदेश सरकार ग्रामोदय से राष्ट्रोदय की दिशा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। कुलगुरु प्रो भरत मिश्रा ने नानाजी देशमुख के साथ किये कार्य, मिली प्रेरणा, अर्जित कार्य कौशल, प्राप्त अनुभव व विशेष संस्मरणों को साझा किया। कुलगुरु प्रो मिश्रा की अगुवाई में विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों व विद्यार्थियों ने नानाजी देशमुख की स्मृति पर दीप प्रज्ज्वलित कर उनका संस्मरण किया। पूरी ईमानदारी के साथ कार्य करते रहने का संकल्प लिया। इस मौके पर ग्रामोदय विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी व छात्र-छात्राओं ने सहभागिता की।
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