छह महीने से बूंद-बूंद को तरसते ग्रामीण
अधिकारियों से गुहार, कार्रवाई शून्य
बीडीओ पहाड़ी से रिपोर्ट तलब
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । ग्राम पंचायत खरसेंडा में पानी की भारी किल्लत से परेशान ग्रामीणों का सब्र आखिर टूट ही गया। पिछले छह महीनों से गांव के सभी हैंडपंप ठप पड़े हैं, पीने की पानी की टंकी बेकार पड़ी है, और नहरें भी सूख चुकी हैं। हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि गांव के लोग गड्ढों का गंदा पानी पीने को मजबूर थे, लेकिन अब वो भी सूख गए। पानी के लिए दर-दर भटक रहे ग्रामीणों ने कई बार एसडीएम कर्वी, बीडीओ पहाड़ी व ग्राम सचिव से गुहार लगाई, मगर हर बार सिर्फ आश्वासन मिला, कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अब प्रशासन की इस लापरवाही के खिलाफ लगभग 200 ग्रामीणों, जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं, ने पहाड़ी में प्रभारी मंत्री व अपर जिलाधिकारी न्यायिक को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने अपनी व्यथा सुनाते हुए बताया कि एक साल पहले जल टंकी से
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प्रभारी मंत्री को ज्ञापन देते ग्रामीण |
समर्सिबल पंप निकाल लिया गया था, लेकिन दोबारा कोई इंतजाम नहीं किया गया। ऐसे में, तेज गर्मी के कारण हालात और भयावह हो गए हैं और लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। गांव की इस दुर्दशा को देखते हुए प्रभारी मंत्री ने कड़ा रुख अपनाया और बीडीओ पहाड़ी से तत्काल रिपोर्ट तलब की। उन्होंने लापरवाह अधिकारियों व ग्राम सचिव पर कार्यवाही के निर्देश दिए और भरोसा दिलाया कि जल्द से जल्द जल आपूर्ति बहाल कराई जाएगी। वहीं, समाजवादी पार्टी के 236 विधानसभा उपाध्यक्ष और बुंदेली आवाज किसान विकास समिति के अध्यक्ष विशाल भाई ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने जल्द समस्या का समाधान नहीं किया, तो ग्रामीण सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे और जरूरत पड़ी तो धरना भी दिया जाएगा। इस मौके पर गांव के शैलेंद्र पांडेय, पंकज शुक्ला, घनश्याम कोटार्य, छेदीलाल कोटार्य, राम प्रकाश प्रजापति, श्रवण प्रजापति, भाष्कर प्रजापति, अयोध्या वर्मा, सुनीता, कुंती, शोभा, कमला, रामदास प्रजापति, मुनिया कहार सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
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